एक तरफ जहां सरकारें शुद्ध पर युद्ध की बात कर रही हैं, वहीं कटनी से सतना के बीच जा रही इरोड-जोगबनी अमृत भारत एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 16601) के पेंट्री कोच में अजीबोगरीब कारनामा सामने आया है, जिसे एक यात्री ने अपने मोबाइल में कैद कर लिया. वीडियो शुक्रवार (17 अक्टूबर, 2025) की रात का बताया जा रहा है.
दरअसल एक यात्री कटनी से सतना के बीच सफर कर रहा था. इसी दौरान उसने पेंट्री कोच में यात्री ने कुछ ऐसा दृश्य देखा, जो न सिर्फ काफी हैरान और परेशान करने वाला है, बल्कि उसने ट्रेन की पेंट्री कोच में परोसे जाने वाले खाने की शुद्धता पर सवाल खड़े कर दिए हैं.
जूठे फूड कंटेनरों को धोकर हो रहा इस्तेमाल
इरोड-जोगबनी अमृत भारत एक्सप्रेस (16601) की पेंट्री कोच का यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है, जिसने भारतीय रेलवे की पेंट्री कोच में परोसे जाने वाले भोजन की स्वच्छता और गुणवत्ता पर गंभीर प्रश्नचिह्न खड़े कर दिए हैं. यात्री ने देखा कि पेंट्री कोच में जूठे फूड कंटेनरों को धोकर दोबारा इस्तेमाल के लिए रख दिया गया.
वायरल वीडियो के अनुसार, एक वेंडर, जो कथित तौर पर पेंट्री कोच का कर्मचारी है, ट्रेन के वॉश बेसिन (हाथ धोने वाले सिंक) का उपयोग कर रहा है. वह इस्तेमाल किए गए एल्युमीनियम फॉइल कंटेनरों से बचा हुआ खाना धोकर उन्हें खाली कर रहा है और फिर उन्हें एक ढेर में जमा कर रहा है.
वेंडर ने बताई सामान्य प्रक्रिया
यात्री की ओर से बनाए गए वीडियो और उपलब्ध जानकारी के अनुसार, यह घटना शुक्रवार की रात को कटनी-सतना ट्रेन बताई जा रही है. यात्री ने न सिर्फ इस दृश्य को अपने मोबाइल में कैद किया, बल्कि वेंडर से सीधे सवाल भी किए. इसके जवाब में वेंडर ने इसे सामान्य प्रक्रिया बताने की कोशिश की. यात्री का दावा है कि ये कंटेनर ग्राहकों को दोबारा परोसे जाने वाले भोजन के लिए तैयार किए जा रहे थे, जिससे यह आशंका पैदा होती है कि यात्रियों को जूठन वाले कंटेनरों में खाना परोसा जा रहा था.
यह वीडियो ऐसे समय में वायरल हुआ है, जब सरकारें खाद्य सुरक्षा और स्वच्छता पर जोर दे रही हैं. रेलवे सेवा में इस तरह की लापरवाही सामने आने से रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है. भोजन की शुद्धता और यात्रियों के स्वास्थ्य से जुड़े इस गंभीर मामले पर तत्काल कार्रवाई की मांग की जा रही है. वहीं इस घटना ने एक बार फिर ट्रेनों में परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता को लेकर यात्रियों में संदेह पैदा कर दिया है.
रेलवे प्रशासन ने वीडियो को लेकर दी सफाई
खाने की पैकिंग को धूलकर वापस इस्तेमाल करने वाले वायरल वीडियो को लेकर रेलवे प्रशासन ने प्रतिक्रिया भी दी है. प्रशासन ने कहा, ‘जो दावा किया जा रहा है वह गलत है. केसरोल में खाने की पैकिंग बेस किचन में ही होती है और वहीं से लेकर जाया जाता है. हालांकि जो वेंडर ने जिस जगह पर केसरोल की सफाई की है, वह गलत है. हमने उसके खिलाफ कार्रवाई की है. वह पानी का नल यात्रियों के इस्तेमाल के लिए है, कैटरिंग स्टाफ के लिए नहीं है.’
ये भी पढ़ें:- लद्दाख में शांति बहाली को लेकर LAB-KDA की गृह मंत्रालय के साथ बैठक, राज्य की मांग पर भी होगा मंथन