कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ओर से वोटर लिस्ट से नाम हटाने के आरोपों को कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी (सीईओ) ने खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि इस मामले में 2023 में केस भी दर्ज किया गया था. राहुल गांधी ने इससे पहले आरोप लगाया कि कर्नाटक के आलंद एक निर्वाचन क्षेत्र में किसी ने 6018 वोटों को हटाने की कोशिश की थी.
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने क्या कहा?
कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा, “दिसंबर 2022 को आलंद में इलेक्शन रजिस्ट्रेशन ऑफिसर (ERO) को फॉर्म 7 के 6,018 आवेदन प्राप्त हुए, जिन्हें एनवीएसपी, वीएचए और गरुड़ जैसे विभिन्न ऐप्स से ऑनलाइन जमा किया गया था. आलंद विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं के नाम हटाने के लिए इतनी बड़ी संख्या में ऑनलाइन जमा किए गए आवेदनों की सत्यता पर शक हुआ, जिसके बाद हर आवेदन का सत्यापन किया गया.“
आलंद पुलिस स्टेशन में दर्ज है FIR
उन्होंने कहा, “ईआरओ ने फरवरी 2023 में जांच के आधार पर आलंद पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज कराया था. मुख्य चुनाव आयोग (ECI) के निर्देश पर कर्नाटक के सीईओ ने जांच पूरी करने के लिए 6 सितंबर 2023 को कलबुर्गी जिले के पुलिस अधीक्षक को ECI के पास उपलब्ध सभी जानकारी सौंप दी है.“
राहुल गांधी का CEC ज्ञानेश कुमार पर आरोप
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि सीईसी ज्ञानेश कुमार भारतीय लोकतंत्र को नष्ट करने और ‘लोकतंत्र की हत्या करने वालों‘ की रक्षा कर रहे हैं. उन्होंने कहा, “मैं अपने लोकतंत्र, देश और संविधान से बहुत प्रेम करता हूं और ऐसी कोई बात नहीं करूंगा जो तथ्यों पर आधारित नहीं हो.” उनके मुताबिक, आलंद विधानसभा क्षेत्र में 6018 मतदाताओं का नाम हटाने के लिए आवेदन दिए गए. उन्होंने कहा कि ऐसा कांग्रेस मतदाताओं को निशाना बनाकर किया गया.
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने दावा किया कि मतदाताओं के नाम हटाने के लिए जिन मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल हुआ वे कर्नाटक के बाहर के थे. उन्होंने मंच पर कुछ लोगों को पेश किया जिनके नाम मतदाता सूची से हटाने का प्रयास हुआ या उनके नाम इस्तेमाल करके ऐसा करने का प्रयास किया गया.
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