<p style="text-align: justify;">मुंबई के 26/11 आंतकी हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को गुरुवार (10 अप्रैल, 2025) को भारत लाया जाएगा. यहां पहुंचने के बाद उस पर मुकदमा चलाया जाएगा. तहव्वुर के प्रत्यर्पण पर पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने अजमल कसाब की फांसी का मुद्दा उठाया और कहा है कि मुंबई हमले को लेकर पाकिस्तान में जो ट्रायल चल रहा है, उसमें भारत सपोर्ट नहीं कर रहा है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में चल रहे ट्रायल के लिए अजमल कसाब का जिंदा रहना जरूरी था, लेकिन भारत ने पाकिस्तान को क्रॉस एग्जामिनेशन नहीं करने दिया.</p>
<p style="text-align: justify;">अब्दुल बासित ने कहा कि तहव्वुर राणा के यहां आने से भारत को बड़ा टॉकिंग पॉइंट मिलेगा. उसका जिक्र तो कम होगा, लेकिन ये बताने की कोशिश होगी कि पाकिस्तान की इंटेलीजेंस एजेंसी मुंबई हमले के पीछे थी और लश्कर ए तैयबा का पूरा सपोर्ट था. उन्होंने कहा कि जब मुंबई अटैक हुआ तो पाकिस्तान ने भारत के साथ पूरा सहयोग किया, ये अलग बात है कि भारत ने बहुत ही जल्दबाजी में 21 नवंबर, 2012 में अजमल कसाब को फांसी दे दी ताकि कोई सबूत ही न रहे.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>’पाकिस्तान को अजमल से क्रॉस एग्जामिनेशन नहीं करने दिया’, अब्दुल बासित का आरोप</strong><br />अब्दुल बासित ने कहा कि अजमल कसाब के पाकिस्तान से ताल्लुक पर भी संशय है. उन्होंने कहा कि कई लोग ऐसा कहते हैं कि अजमल कसाब का पाकिस्तान से कोई ताल्लुक ही नहीं था. पाकिस्तान का एक ज्युडिशियल कमीशन भारत गया भी था, लेकिन उनको अजमल कसाब से मुलाकात नहीं करने दी गई वो कि क्रॉस एग्जामिन करते. </p>
<p style="text-align: justify;">अब्दुल बासित ने भारत पर आरोप लगाया है कि मामले का निपटारा करने में वह सहयोग नहीं कर रहा है और जिम्मेदार पाकिस्तान को ठहराया जाता है. उनका कहना है कि इस वक्त पाकिस्तान में केस चल रहा है और 6-7 आरोपी हैं और भारत बार-बार ये आरोप लगाता है कि पाकिस्तान ट्रायल को कन्क्लूड नहीं कर रहा. उन्होंने कहा कि क्राइम सीन भारत में है और ट्रायल पाकिस्तान में हो रहा है तो भारत सहयोग के बिना ट्रायल पूरा नहीं हो सकता और वो सहयोग कर नहीं रहा है.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>मुंबई हमले को लेकर पाकिस्तान में चल रहे ट्रायल में सहयोग नहीं कर रहा भारत, अब्दुल बासित ने कहा</strong><br />अब्दुल बासित का कहना है कि पाकिस्तान में अभी भी इस तरह की चर्चा हैं कि पाकिस्तान से एक जुडिशनयल कमीशन जाए और 26 इंडियंस को क्रॉस एग्जामिन करे, लेकिन भारत ने उन लोगों को पाकिस्तान आने से या हमारी कोर्ट के सामने पेश होने से मना कर दिया. उन्होंने भारत पर पाकिस्तान को सबूत नहीं देने का भी आरोप लगाया है. 2008 का मामला है और 2025 आ गया, पता नहीं इसका नतीजा क्या होगा, लेकिन इसमें जो देरी है वो भारत की वजह से हो रही है.</p>
<p style="text-align: justify;">अब्दुल बासित ने कहा कि अजमल कसाब का जिंदा रहना जरूरी था पाकिस्तान के मुकदमे के लिए. एलियस डेविडसन ने अपनी किताब है- द बिट्रेल ऑफ इंडिया है, में कई ऐसे इशारे दिए हैं कि फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन था और भारत इसमें इनवॉल्व था. उन्होंने कहा कि तहव्वुर राणा के बारे में तो क्लियरिटी है कि उसको या तो सजा ए मौत होगी या उसको उम्रकैद दे दी जाए.</p>
<p style="text-align: justify;"><strong>यह भी पढ़ें:-</strong><br /><strong><a href="https://www.abplive.com/news/india/pakistan-issued-visa-to-all-261-jammu-and-kashmir-pilgrimage-for-visit-historical-gurudwaras-acroos-border-ann-2922293">पाकिस्तान जाएंगे 261 सिख, पड़ोसी मुल्क ने पहले कहा-No, फिर दे दिया वीजा, जानें क्या है वजह</a></strong></p>