
शिक्षा मंत्री के निजी सचिव का बयान: होगी कड़ी कार्रवाई
इस पूरे मामले में जब शिक्षा मंत्री संदीप सिंह के निजी सहायक से बात की गई तो उन्होंने पत्रकार से पूरी जानकारी लेते हुए भरोसा दिलाया कि इस पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग में पारदर्शिता लाने की दिशा में ऐसे मामलों पर सरकार की सख्त नजर है।
गोंडा।
उत्तर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल खड़े हो गए हैं। गोंडा जिले में तैनात एक सहायक शिक्षक विकास गुप्ता का ऑडियो और चैट सामने आया है, जिसमें वह इंटर-डिस्ट्रिक्ट म्यूचुअल ट्रांसफर के बदले तीन से पांच लाख रुपए तक की “गिफ्ट” यानी रिश्वत देने की पेशकश करता है। शिक्षक ने अपने ट्रांसफर के बदले झांसी, जालौन, ललितपुर या मऊरानीपुर में पोस्टिंग की इच्छा जताई है।

ऑडियो में पैसे किसी भरोसेमंद व्यक्ति के पास रखने की बात
पत्रकार ने जब उक्त शिक्षक से शिक्षक बनकर बातचीत की, तो उसने खुद स्वीकार किया कि वह पैसे झांसी के किसी “रेपुटेड” व्यक्ति के यहां पर रखने को तैयार है। इससे साफ है कि यह मामला एक सुनियोजित तरीके से किया जा रहा सौदा है, जो पूरी शिक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।
खबर सामने आने के बाद धमकी, पत्रकार को डराने की कोशिश
सबसे गंभीर पहलू यह है कि जब इस मामले की खबर प्रकाशित की गई, तो उक्त शिक्षक ने पत्रकार को फोन पर धमकाया और गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। इससे साफ होता है कि शिक्षक न केवल भ्रष्टाचार में लिप्त है, बल्कि पत्रकारिता की आज़ादी और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर भी हमला कर रहा है।