उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने महाराष्ट्र के ठाणे जिले में 26 साल पहले हुई एक हत्या के मामले में वांछित एक अपराधी को गिरफ्तार किया है।
यह अभियुक्त हत्या करने के बाद पिछले 26 वर्षों से गिरफ्तारी से बचने के लिए छुप रहा था।
एसटीएफ ने मंगलवार रात एक बयान में बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान सिद्धार्थनगर जिले के भवानीगंज थाना क्षेत्र के परसाहेतीम गांव के निवासी विनोद कुमार के रूप में हुई है।
कुमार को एसटीएफ की टीम और महाराष्ट्र पुलिस के संयुक्त अभियान में मंगलवार दोपहर उसी के गांव से गिरफ्तार किया गया।
कुमार के खिलाफ महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवानी शहर पुलिस थाने में भारतीय दंड विधान की धारा 302 (हत्या की सजा), 363 (अपहरण की सजा), 387 (जबरन वसूली के लिए किसी को मौत या गंभीर चोट पहुंचाने का डर दिखाना), 397 (लूट या डकैती, जिसमें मौत या गंभीर चोट पहुंचाने की कोशिश हो), 120बी (आपराधिक साजिश की सजा) और 34 (साझा इरादे से कई लोगों द्वारा किए गए कृत्य) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
बयान के मुताबिक, पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपी ने बताया कि 28 मई 1999 को रात करीब 11 बजे उसने और उसके साथियों राजू मेहता तथा कमलेश ने कपड़ा फैक्ट्री के मालिक जिगर महेंद्र मेहता को बिजली आपूर्ति से जुड़ी समस्या का हवाला देकर फैक्ट्री में बुलाया।
आरोपी के अनुसार, इसके बाद उन्होंने उसके साथ मारपीट की और उसके परिजनों से 10 लाख रुपये की फिरौती मांगी।
बयान में आरोपी के हवाले से कहा गया है कि पैसे न मिलने पर विनोद कुमार ने मेहता को बेहोशी का इंजेक्शन लगाया, फिर उसका गला रेत कर उसका सामान लूट लिया।
इसके बाद वे मेहता के शव को स्कूटर पर ले गए और पाइपलाइन पर फेंक दिया।
विनोद कुमार ने पुलिस को यह भी बताया कि (अपराध करने के बाद) वह मुंबई से भाग गया था और दिल्ली में अपने रिश्तेदारों के साथ रह रहा था। जब उसे लगा कि पुलिस ने उसकी तलाश बंद कर दी है तो उसने पिछले कुछ दिनों से अपने गांव के पास एक दवा की दुकान चलाना शुरू किया था।
#उपर #हतय #क #आरप #सल #बद #गरफतर