Pakistan Guru Dham Darshan: हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की तरफ से बैसाखी पर्व मनाने के लिए 342 सिख श्रद्धालुओं का जत्था पाकिस्तान के लिए रवाना किया गया है. इस खास मौके पर हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भूपेंद्र सिंह असंध ने झंडी दिखाकर 2 अलग अलग बसों में श्रद्धालुओं के जत्थे को रवाना किया. तीर्थ यात्रियों में गजब का उत्साह दिखा. इस मौके पर सिख श्रद्धालुओं ने कहा कि उन्हें पहली बार अपने गुरु धर्मों का दर्शन करने का मौका मिल रहा है. इस वजह से वे लोग बेहद खुश है.
श्री गुरु नानक देव जी के जन्म स्थान ननकाना साहिब जाने के लिए पहली बार बड़ी संख्या लोगों को पाकिस्तान सरकार ने वीजा दिया है. आज पाकिस्तान के लिए रवाना हुआ 342 लोगों का जत्था कल वाघा बॉर्डर के जरिए पड़ोसी मुल्क में प्रवेश करेंगे. बता दें कि पाकिस्तान में कई महत्वपूर्ण गुरुधाम स्थित है. इसमें श्री ननकाना साहिब (गुरु नानक देव जी की जन्मस्थली),पंजा साहिब और करतारपुर साहिब शामिल है. इन सभी तीर्थस्थलों का सिख धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है. इसीलिए वहां जाकर श्रद्धालु खुद को गुरुओं के और करीब महसूस करते हैं.
भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को वीजा जारी किए
पाकिस्तान सरकार ने बैसाखी त्योहार के लिए भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को 6,700 से अधिक वीजा जारी किए थे. एक अधिकारी ने मंगलवार (8 अप्रैल) को यह जानकारी दी. यह पिछले 50 वर्षों में पहली बार है, जब दोनों देशों के बीच तय संख्या से अधिक वीजा जारी किए गए हैं. ‘इवैक्यूई ट्रस्ट प्रॉपर्टी बोर्ड’ (ईटीपीबी) के अतिरिक्त सचिव सैफुल्लाह खोखर ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘पाकिस्तान-भारत धार्मिक प्रोटोकॉल समझौता 1974 के तहत किसी भी धार्मिक उत्सव के लिए 3,000 सिख तीर्थयात्रियों को पाकिस्तान जाने की अनुमति है. हालांकि, सरकार ने 6,751 वीजा जारी किए हैं और धार्मिक मामलों के मंत्रालय और ईटीपीबी के विशेष अनुरोध पर 3,751 अतिरिक्त वीजा प्रदान किए गये हैं.’
10 अप्रैल को वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान जाएंगे
भारत से सिख तीर्थयात्री 14 अप्रैल को सिख नववर्ष और खालसा पंथ की स्थापना के उपलक्ष्य में 10 अप्रैल को वाघा सीमा के रास्ते पाकिस्तान जाएंगे. खोखर ने कहा कि बीते 50 साल में यह पहली बार है, जब पाकिस्तान सरकार ने बैसाखी के लिए भारतीय सिख तीर्थयात्रियों को अतिरिक्त वीजा जारी किये हैं.