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इस मामले में एडीजी (संचार एवं तकनीकी सेवा) एनके आजाद ने बताया कि विधानसभा चुनाव को देखते हुए शैडो जोन चिन्हित करके वायरलेस सेवा या मोबाइल संचार प्रणाली विकसित की जाएगी। ताकि चुनाव में किसी तरह का व्यावधान पैदा नहीं हो। संचार प्रणाली के सही तरीके से काम करने से चुनाव में किसी तरह की समस्या नहीं होगी और किसी विषम परिस्थिति में तुरंत संचार सेवा स्थापित कर उचित समय पर तमाम राहत एवं बचाव सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है। चुनाव के पहले तक ऐसे सभी स्थानों की पहचान कर यहां संचार सेवा मुहैया करा दी जाएगी।
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संचार सेवा में सुधार लाने के लिए पुलिस महकमे की सभी टेलीफोन कंपनी ऑपरेटरों के साथ बैठक भी हो चुकी है। इसमें सभी टेलीफोन कंपनियों से भी कहा गया है कि वे अपने स्तर से कमजोर या बिना नेटवर्क वाले शैडो जोन की पहचान कर उन्हें ठीक करें। टेलीफोन टॉवर की जहां जरूरत है, वहां इन्हें बड़े स्तर पर लगाएं।
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