पहले पाकिस्तान और अब चीन, चिकन नेक को लेकर बांग्लादेश में कुछ न कुछ हो रहा है. कभी पाकिस्तानी अधिकारी आकर इंडियन बॉर्डर के पास दौरा करके जाते हैं तो कभी मोहम्मद यूनुस चीन जाकर चिकन नेक को लेकर प्रोजेक्ट डिस्कस करते हैं. पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा ने बताया कि मोहम्मद यूनुस चीन दौरे में चिकन नेक के पास चीनी एयरफील्ड बनाने पर चर्चा हुई. ऐसा भी दावा किया जा रहा है कि मोहम्मद यूनुस के न्योते के बाद चीन को प्रत्यक्ष सैन्य सहयोग के लिए बुलाया गया है. उधर, पाकिस्तान की विदेश सचिव भी बांग्लादेश का दौरा करने वाली हैं.
पाकिस्तानी एक्सपर्ट कमर चीमा का कहना है कि भारत सरकार को ये समझ आ गया है कि जिस तरह ये सब हो रहा है, तो पाकिस्तान, बांग्लादेश और चीन के बीच जरूर कुछ पक रहा है इसलिए वो अलर्ट है और उसने भी न्यूक्लियर सीक्रेट सबमरीन पर काम शुरू कर दिया है.
कमर चीमा ने कहा, ‘इंडिया को ये खबर मिली है कि चीनी बांग्लादेश के अंदर एक एयरफील्ड बना रहे हैं. बांग्लादेश का इलाका है, जिसे लाल मोनिरहाट बोलते हैं. ये समझ लें कि इंडिया की नेशनल सिक्योरिटी खतरे में है.’ उन्होंने कहा कि भारत पहले जो कोशिश कर रहा था कि श्रीलंका की टेरीटरी इंडिया के इंटरेस्ट के खिलाफ इस्तेमाल नहीं होगी, उसकी वजह यही थी कि उसको खतरा था कि चीन इसका इस्तेमाल उसके खिलाफ कर सकता था.
कमर चीमा ने कहा, ‘ये जो बांग्लादेश और भारत के बीच बहुत कुछ चल रहा है. मेरा ख्याल है कि ये जो एयरफील्ड है, ये बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के चीन दौरे में डिस्कस हुआ. सुनने में आ रहा है कि दौरे में एयरफील्ड के प्रोजेक्ट के ऊपर काम हुआ. कहा ये भी जा रहा है कि शेख हसीना के कार्यकाल में भी शायद इस तरह की बात हुई हो.’ बांग्लादेश का लाल मोनिरहाट भारत के उस इलाके से जुड़ा है, जिसे चिकन नेक कहते हैं. ये बांग्लादेश के नॉर्थ वेस्ट में है और पश्चिम बंगाल के करीब है.
पाक एक्सपर्ट कमर चीमा ने कहा कि चिकन नेक का ये जो इलाका है, इसमें समझ लें कि बांग्लादेश, भूटान, चीन और नेपाल सब कवर होते हैं. बड़ी संख्या में वहां इंडियन मिलिट्री मौजूद है. उन्होंने कहा कि एक और चीज पता चली है कि इंडिया भी सीक्रेट सबमरीन बना रहा है क्योंकि चीन को काउंटर करना है. खासतौर पर बांग्लादेश ने चीन को एयरबेस बनाने का जो ऑफर दिया है, उसके बाद इंडिया भी सोच रहा है कि हमें कुछ करने की जरूरत है.
कमर चीमा ने आगे कहा कि उनके हिसाब से बांग्लादेश को लेकर भारत के रवैये में जो सख्ती आई है, उसकी वजह ये हो सकती है कि वो इस तरह के काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि वैसे तो चीन का कोई जहाज इंडिया के ईस्टर्न नेबरहुड में मौजूद नहीं है. बंगाल और ये जो सारा इलाका है, यहां भी कोई चाइनीज एयर फोर्स नहीं पाई जाती हैं, लेकिन हर मुल्क और उनकी जो इंटेलीजेंस एजेंसी होती हैं, वो भविष्य पर सोच रही होती हैं. उन्होंने कहा कि यही वजह है कि शायद भारत सरकार और उनकी इंटेलीजेंस एजेंसी सोच रही हैं कि बांग्लादेश, चीन और पाकिस्तान के बीच कुछ पक रहा है, जिसे देखते हुए भारत ने तैयारी शुरू कर दी है.
कमर चीमा ने कहा कि पाकिस्तान की विदेश सचिव आमना शेख भी बांग्लादेश के दौरे पर जाने वाली हैं. ये बड़े पैमाने पर विजिट पाकिस्तान की तरफ से बांग्लादेश में हो रहा है. इससे पहले इंटेलीजेंस के लोग वहां पर गए थे. ये सब देखकर ही इंडिया सतर्क है क्योंकि उसकी सिक्योरिटी कमजोर हो रही है. कमर चीमा ने कहा कि वो ये समझते हैं कि बांग्लादेश भारत की नेशनल सिक्योरिटी का सम्मान नहीं कर रहा है और उसके सिक्योरिटी कंसर्न को बांग्लादेश को समझना चाहिए.
उन्होंने कहा कि भले इस इलाके में भारत की फौज की बड़ी प्रेजेंस है तो सवाल ये नहीं है कि चीन यहां एयरफील्ड बनाकर हमला करेगा, लेकिन सवाल ये है कि आपको सिग्नलिंग करनी होती है. चीन ने सिग्नल दे दिया कि हम आपके नेबरहुड में बैठे हैं, चीन का ये जो एटीट्यूड है ये दूसरे मुल्क की टेंशन बढ़ा देता है.
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