मौजूदा जानकारी के अनुसार, आनंद विहार में सबसे अधिक AQI 345 दर्ज किया गया, इसके बाद DU नॉर्थ कैंपस और CRRI मथुरा रोड पर 307, द्वारका सेक्टर 8 में 314 और वजीरपुर में 325 दर्ज हुआ हैं। राजधानी में कुल 40 मॉनिटरिंग स्टेशन हैं, जिनमें से 38 का डेटा उपलब्ध हुआ।
गौरतलब है कि बुधवार को 20 स्टेशनों पर AQI ‘खराब’ श्रेणी में रहा, जबकि 13 स्टेशनों पर वायु गुणवत्ता ‘मध्यम’ श्रेणी में दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, AQI 0-50 को ‘अच्छा’, 51-100 ‘संतोषजनक’, 101-200 ‘मध्यम’, 201-300 ‘खराब’, 301-400 ‘बहुत खराब’ और 401-500 ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया है।
बता दें कि वायु गुणवत्ता बिगड़ने के बाद मंगलवार को कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) का स्टेज-1 लागू किया। यह चरण उस समय लागू होता है जब AQI 200 से 300 के बीच रहता है। इस चरण के तहत NCR में सभी संबंधित एजेंसियों द्वारा 27 तरह के निवारक उपाय किए जाने हैं, जिनमें एंटी-स्मॉग गन का इस्तेमाल, सड़कों पर पानी छिड़काव, निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण और मरम्मत परियोजनाओं में विशेष सतर्कता शामिल हैं।
मौजूदा जानकारी के अनुसार, CAQM ने अपने आदेश में कहा कि 14 अक्टूबर, 2025 को दिल्ली का AQI 211 दर्ज किया गया जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है। साथ ही मौसम विभाग और IITM के पूर्वानुमान के अनुसार आने वाले दिनों में भी वायु गुणवत्ता ‘खराब’ बनी रहने की संभावना है। इस पर निर्णय लेते हुए उप-समिति ने GRAP स्टेज-1 के सभी उपाय तत्काल प्रभाव से लागू करने का आदेश दिया हैं।
इस प्रकार, दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर बनी हुई हैं और नागरिकों को स्वास्थ्य सुरक्षा के उपाय अपनाने की सलाह दी जा रही हैं।
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