Donald Trump Tariff War: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बड़े स्तर पर टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद दुनिया भर में खलबली मची हुई है. अमेरिकी ट्रेडिंग पार्टनर और वैश्विक बाजारों को झटका लगा है. इन सब के बीच कुछ देश ऐसे भी हैं जिन पर टैरिफ का बहुत ज्यादा असर नहीं देखने को मिला है.
चूंकि अमेरिका के लंबे समय से सहयोगी और करीबी व्यापारिक साझेदारों में यूरोपीय संघ, जापान और दक्षिण कोरिया भी शामिल हैं, जिन पर 20% या उससे अधिक टैरिफ लगाया गया है, इसलिए ब्राजील से लेकर भारत और तुर्की से लेकर केन्या तक के प्रतिद्वंद्वी इसमें उम्मीद की किरण देख रहे हैं.
क्या अमेरिकी टैरिफ से बचा ब्राजील?
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, ब्राज़ील उन अर्थव्यवस्थाओं में से है जो 10% के सबसे कम पारस्परिक अमेरिकी टैरिफ से बच गया है. इसके अलावा, कृषि क्षेत्र की दिग्गज कंपनी को चीन के जवाबी टैरिफ से भी लाभ हो सकता है, जिससे अमेरिकी कृषि निर्यातकों पर असर पड़ने की संभावना है. अमेरिकी टैरिफ 9 अप्रैल से लागू होने वाले हैं.
‘अमेरिका ने मिस्र पर नहीं लगाया टैरिफ’
इसके साथ ही मोरक्को, मिस्र, तुर्की और सिंगापुर को अमेरिका के साथ व्यापारिक घाटा हुआ है. ये बांग्लादेश और वियतनाम जैसे देशों के संकट में मौका तलाश सकते हैं, जो बड़े अधिशेष वाले देश हैं और ट्रंप की ओर से बुरी तरह प्रभावित हुए हैं. मिस्र-तुर्की संयुक्त उद्यम टीएंडसी गारमेंट्स के अध्यक्ष मैग्डी टोल्बा ने कहा, “अमेरिका ने केवल मिस्र पर ही टैरिफ नहीं लगाया है. उसने अन्य देशों पर बहुत अधिक टैरिफ लगाया है. इससे मिस्र को आगे बढ़ने का बहुत अच्छा अवसर मिलता है.”
तुर्की को भी फायदा मिलता दिख रहा है क्योंकि अन्य वैश्विक व्यापारियों को और भी अधिक टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है. व्यापार मंत्री ओमर बोलत ने कहा है कि तुर्की पर लगाया गया टैरिफ, अन्य कई देशों पर लगाए गए टैरिफ की तुलना में सबसे खराब में सबसे अच्छा है.
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