EU Counter Tariff On US: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रेसिप्रोकल टैरिफ की घोषणा के बाद यूरोपीय संघ ने भी जवाबी कदम उठाते हुए 25% काउंटर-टैरिफ का प्रस्ताव रखा है. यह प्रस्ताव अमेरिकी वस्तुओं की एक लंबी सूची पर लागू किया जाएगा. यूरोपीय संघ ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अमेरिकी Protectionism का सामना करने के लिए तैयार है. इस प्रस्ताव पर 9 अप्रैल को EU के सदस्य देशों की तरफ से मतदान किया जाएगा. अगर प्रस्ताव स्वीकृत होता है तो यह टैरिफ 15 अप्रैल से प्रभाव में आएंगे. हालांकि अधिकांश शुल्क मई और दिसंबर से वसूले जाएंगे.
यूरोपीय आयोग ने दर्जनों अमेरिकी उत्पादों को टारगेट किया है. इनमें कुछ नाम चौंकाने वाले हैं. उदाहरण के तौर पर यूरोपीय आयोग ने जिन चीजों पर काउंटर टैरिफ लगाने का फैसला लिया है उनमें हीरा, अंडा, डेंटल फ्लॉस, सॉसेज, पोल्ट्री, बादाम और सोयाबीन शामिल है. इन सभी चीजों पर यूरोपिय आयोग कुछ वक्त बाद टैरिफ लगाने पर विचार कर रहा है. दिलचस्प बात यह है कि बोरबॉन, वाइन और डेयरी प्रोडक्ट को सूची से हटा दिया गया है. इसके पीछे वजह ये है कि ट्रंप ने धमकी दी थी कि अगर यूरोपीय संघ इन चीजों पर शुल्क लगाता है तो अमेरिका यूरोपीय शराब पर 200% काउंटर-टैरिफ लगाएंगे. यह खासकर फ्रांस और इटली के लिए चिंता का विषय था, जिनका वाइन उद्योग बेहद बड़ा और प्रभावशाली है.
2018 से चल रही है यह जंग
टैरिफ युद्ध की शुरुआत 2018 में हुई जब ट्रंप प्रशासन ने स्टील और एल्यूमीनियम आयात पर भारी टैरिफ लगाए थे. जवाब में यूरोपीय संघ ने अमेरिकी व्हिस्की सहित कई उत्पादों पर 25 फीसदी काउंटर-टैरिफ लगाया था. फिर 2021 में जो बाइडेन के कार्यकाल में कुछ राहत मिली और बातचीत के तहत अमेरिकी व्हिस्की पर टैरिफ निलंबित कर दिया गया था. हालांकि, ट्रंप की वापसी के साथ ही यह विवाद फिर से उभर आया है.
अमेरिका-यूरोपीय संघ व्यापार संबंध
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां एक बार फिर वैश्विक व्यापार व्यवस्था को हिला रही हैं. यूरोपीय संघ ने संयम और रणनीति के साथ जवाबी टैरिफ की योजना बनाई है, जिससे ट्रेड बैलेंस बनाए रखने की कोशिश हो रही है. हालांकि, जैसे-जैसे ये टैरिफ लागू होंगे, यह देखना दिलचस्प होगा कि यह टकराव किस दिशा में जाता है.