World Strongest Passport 2025: नोमैड कैपिटलिस्ट पासपोर्ट इंडेक्स 2025 ने दुनिया के सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट की लिस्ट जारी की है. रिपोर्ट के मुताबिक सबसे मजबूत पासपोर्ट वाले देशों में आयरलैंड पहले स्थान पर है. इसे कुल 109 अंक मिले हैं. साल 2020 में आयरलैंड स्वीडन और लक्ज़मबर्ग के साथ पहले स्थान पर संयुक्त रूप से काबिज था, लेकिन 2025 में उसने अकेले टॉप रैंक हासिल करने में कामयाबी हासिल की है.
यूरोपीय राष्ट्रों ने पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में फिर से दबदबा बनाया है. स्विट्जरलैंड और ग्रीस दूसरे स्थान पर हैं. दोनों को 108.50 अंक हासिल हुआ है. न्यूजीलैंड और संयुक्त अरब अमीरात गैर-यूरोपीय देशों में इकलौते नाम हैं, जिन्होंने टॉप 10 में जगह बनाई है. न्यूजीलैंड और संयुक्त अरब अमीरात 10 वें स्थान पर काबिज हैं. दोनों के 106.50 अंक है. इसके अलावा आइसलैंड भी 106.50 अंकों के साथ 10 वें नंबर पर है.
भारत और पाकिस्तान की स्थिति
भारत को इस साल कोमोरोस के साथ संयुक्त रूप से 148वां स्थान मिला है. यह पिछले साल (147वें स्थान) से एक स्थान नीचे है. भारत का कुल स्कोर 47.5 है. पाकिस्तान का पासपोर्ट इस साल 195वें स्थान पर है, जो इसे दुनिया के सबसे कमजोर पासपोर्ट वाले देशों में शामिल करता है. पाकिस्तान का कुल स्कोर सिर्फ 46 है. पाकिस्तान के नागरिकों को कई देशों में सुरक्षा और राजनीतिक कारणों से प्रतिबंध या अतिरिक्त जांच का सामना करना पड़ता है. पासपोर्ट की रैंकिंग न केवल यात्रा की सहजता, बल्कि नागरिकों के लिए आर्थिक अवसर, निवेश विकल्प, गोपनीयता और प्रवास की सुविधा को भी दर्शाती है. अफगानिस्तान दुनिया का सबसे कमजोर पासपोर्ट वाला देश है. इसका रैंक 27 अंकों के साथ 199 वें है.
क्यों जरूरी है पासपोर्ट?
पासपोर्ट केवल एक साधारण पहचान पत्र नहीं है. यह अंतरराष्ट्रीय नागरिकता, वैधता और वैश्विक स्वतंत्रता का प्रमाण है. जब कोई भी इंसान किसी देश से बाहर ट्रेवल करता है तो पासपोर्ट ही वह आधिकारिक दस्तावेज होता है, जो यह साबित करता है कि वह किस देश का नागरिक है. बिना पासपोर्ट के कोई भी इंसान एक देश से दूसरे देश में कानूनी रूप से यात्रा नहीं कर सकता है.