US-China Fight On Tariff: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर के बाद पूरी दुनिया में हलचल तेज है. इस बीच अमेरिका और चीन के बीच टेंशन भी चरम पर है. ट्रंप के टैरिफ लगाने के बाद शी जिनपिंग ने भी जवाबी टैरिफ लगा दिया और चीन ने कहा है कि धमकियां देने और ब्लैकमेल करने से चीन से निपटा नहीं जा सकता. वहीं. डोनाल्ड ट्रंप ने नरम रुख अपनाते हुए कहा कि शी जिनपिंग बहुत ही स्मार्ट है.
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने गुरुवार (10 अप्रैल, 2025) को कहा कि हालांकि बीजिंग, वाशिंगटन के साथ बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन यह बातचीत आपसी सम्मान और समानता के आधार पर होनी चाहिए. मंत्रालय के प्रवक्ता ही योंगकियान ने कहा कि दबाव, धमकी और ब्लैकमेल चीन से निपटने का सही तरीका नहीं है.
क्या बोले डोनाल्ड ट्रंप?
वहीं, चीन पर नरम रुख अपनाते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि शी जिनपिंग के स्मार्ट शख्स हैं और हम बहुत अच्छी डील करेंगे. उन्होंन शी जिनपिंग को दुनिया के सबसे चतुर व्यक्तियों में से एक बताया. अमेरिकी राष्ट्रपति ने व्हाइट हाउस के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि शी एक ऐसे शख्स हैं जो जानते हैं कि उन्हें क्या करना है और वह अपने देश से बहुत प्यार करते हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने ये भी कहा कि वह सीधे शी जिनपिंग से बात करने के लिए तैयार हैं और किसी भी समय एक फोन आएगा, उसके बाद ये रेस खत्म हो जाएगी.
अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे पर किया था पलटवार
इससे पहले बुधवार (09 अप्रैल, 2025) को अमेरिका और चीन ने एक दूसरे पर पलटवार किया. प्रतिक्रियाओं का सिलसिला तब शुरू हुआ जब 3 अप्रैल को अमेरिकी राष्ट्रपति ने बीजिंग पर 34 प्रतिशत शुल्क लगाते हुए व्यापक पारस्परिक शुल्क लगाने की घोषणा की. इसके कुछ दिनों बाद चीन ने अमेरिकी सामानों पर 34 प्रतिशत जवाबी टैरिफ लगाने की घोषणा की, जिससे ट्रंप नाराज हो गए. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन का यह कदम गलत है.
मंगलवार को फिर से ट्रंप ने चीन पर 104 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ लगा दिया. उन्होंने पहले चेतावनी दी थी कि 100 प्रतिशत से अधिक शुल्क लगाने से पहले वह टैरिफ युद्ध पर चीन की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहे हैं. जैसे ही अमेरिका ने ये टैरिफ लागू किए, चीन ने बुधवार को अमेरिकी वस्तुओं पर अपना अतिरिक्त टैरिफ 34 प्रतिशत से बढ़ाकर 84 प्रतिशत कर दिया. यह शुल्क गुरुवार, 10 अप्रैल से लागू हो गया.
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